वैचाली
Sunday, May 20, 2012
कहानी
नई कहानी अंत नया
दुःख जीवन पर्यंत नया
माया को गाली देकर
उपजा हर दिन संत नया
1 comment:
अनूप शुक्ल
July 19, 2012 at 7:14 PM
ये तो बड़ी बात हो गयी भाई!
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ये तो बड़ी बात हो गयी भाई!
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